खेल मंत्री रेखा आर्या ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के मद्देनजर विभाग के अधिकारियों संग की महत्वपूर्ण बैठक

  • पहाड़ी जिलों के मुख्यालय तक राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को है प्रयासरत-रेखा आर्या

देहरादून : आज प्रदेश सरकार की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या की अध्यक्षता में देहरादून के रायपुर स्थित राष्ट्रीय खेल सचिवालय में राष्ट्रीय खेलों के निमित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बैठक आहूत की गई ।

बैठक में खेल मंत्री रेखा आर्या ने संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों और पूर्व में दिए गए आदेशों की समीक्षा समेत गौला पार हल्द्वानी में प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की कार्य प्रगति पर चर्चा की इसके साथ ही खेल मंत्री रेखा आर्या ने राष्ट्रीय खेलों के लिए चलाए जा रहे शिविरों की मौजूदा स्थिति की जानकारी भी विभाग के अधिकारियों से ली और शेष बचे खेल शिविरों को भी जल्द आयोजित करने के लिए निर्देशित किया ।

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खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा बैठक में भारतीय ओलम्पिक संघ के द्वारा निर्धारित 32 गेम्स के वेन्यूज पर कितनी जगह का निरीक्षण डी.ओ.सी और जी टी सी सी के द्वारा कर लिया गया है और कितने स्थलों का निरीक्षण होना बाक़ी है इसकी जानकारी ली और समीक्षा की गई है ।

इसके अतिरिक्त मंत्री रेखा आर्या ने कहा मुख्यमंत्री धामी और हमारी सरकार का प्रयास है हम पिट्ठू,मलखंभ,और राफ़्टिंग गेम्स को डेमोन्स्ट्रेशन गेम्स में ना रखकर मेडल गेम्स की श्रेणी में रखें और इन खेलों को प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में भी करायें और पहाड़ों के जिला मुख्यालय में इसका आयोजन करायें । आगे मंत्री रेखा आर्या ने कहा इस विषय को भारतीय ओलम्पिक संघ अध्यक्षा की उत्तराखंड दौरे के दौरान उनके समक्ष भी रखा जाएगा और इसकी तैयारी के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया है ।

ये भी पढ़ें:  बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल परियोजना की सफलता: उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक क्षण देहरादून: एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, एनएच-134 पर एक प्रमुख बुनियादी ढांचे की उपलब्धि, बड़कोट -सिलक्यारा बेंड टनल परियोजना की सफलता की आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई। इस अवसर पर उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के माननीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा, टनल निर्माण कार्य के सफल समापन को देखने के लिए उपस्थित थे। प्रमुख इंजीनियरिंग और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टिंग कंपनी रोडिक कंसल्टेंट्स ने इस परियोजना में निर्माण पर्यवेक्षण सलाहकार (Construction Supervision Consultant) की भूमिका निभाई। कंपनी ने टनल निर्माण के सभी चरणों को समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा कराने में अहम योगदान दिया। अपनी जिम्मेदारियों के तहत, रोडिक ने निर्माण कार्यों की निगरानी की और डिजाइन फाइनल करने, सुरक्षा उपायों और इंजीनियरिंग मानकों जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर एनएचआईडीसीएल और ठेकेदार को सलाह दी। रोडिक कंसल्टेंट्स ने सीमेंट, कंक्रीट और एग्रीगेट्स के लिए ऑन-साइट परीक्षणों की देखरेख की और स्प्रेड कंक्रीट और रॉक बोल्ट्स के फील्ड टेस्ट किए, जिससे सख्त गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित किया गया। संगठन ने जनशक्ति और मशीनरी के उपयोग को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभाई, ताकि कार्यस्थल पर सुरक्षा और दक्षता बनी रहे। डिजिटल नवाचार को अपनाते हुए, रोडिक ने एक डिजिटल रिक्वेस्ट फॉर इंस्पेक्शन (RFI) सिस्टम और प्रोजेक्ट डेटा प्रबंधन का डिजिटलीकरण किया, जिससे साइट पर पारदर्शिता, दक्षता और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ। नई उपलब्धि पर बोलते हुए रोडिक कंसल्टेंट्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राज कुमार ने कहा, “हमें बड़कोट -सिल्कयारा बेंड टनल परियोजना की सफलता में अपनी अहम भूमिका पर गर्व है। निर्माण पर्यवेक्षण सलाहकार के रूप में, रोडिक ने पूरे निर्माण कार्य में इंजीनियरिंग गुणवत्ता, सुरक्षा और उत्कृष्टता के सर्वोच्च मानकों को सुनिश्चित किया। हमारी टीम ने परियोजना डेटा के डिजिटलीकरण और डिजिटल आरएफआई सिस्टम जैसे नवाचारों के ज़रिए काम की पारदर्शिता और कार्यक्षमता को बेहतर बनाया। हम मानते हैं कि यह केवल एक निर्माण उपलब्धि नहीं, बल्कि हर मौसम में बेहतर कनेक्टिविटी, क्षेत्रीय विकास और स्थानीय समुदायों के लिए एक मजबूत भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम भारत सरकार, एनएचआईडीसीएल और अपने सभी प्रोजेक्ट सहयोगियों का उनके निरंतर सहयोग और विश्वास के लिए आभार व्यक्त करते हैं।” इस दिन नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा भी की गई। 4.531 किलोमीटर लंबी यह दो लेन की एकतरफा टनल एनएच-134 (पुराना एनएच-94) पर धरासू और यमुनोत्री के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी देने के लिए बनाई गई है। यह टनल यात्रा का समय एक घंटे से घटाकर सिर्फ़ पाँच मिनट कर देती है, जिससे इस क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील जंगलों की भी सुरक्षा होगी। इस अवसर पर बोलते हुए, श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल की सफलता उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दस वर्षों में पूरे देश में निरंतर विकास हुआ है और उत्तराखंड उस यात्रा में गर्व से योगदान दे रहा है। माननीय मुख्यमंत्री ने विकास और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व, मार्गदर्शन और सहयोग के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया। सभा को संबोधित करते हुए, श्री अजय टम्टा ने टनल के निर्माण की सफलता के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में, इस परियोजना ने बहुत तेज़ी से प्रगति की है और उत्तराखंड के विकास की गति को पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उल्लेखनीय प्रगति देख रहा है, और चार धाम मार्ग पर सिंगल-लेन सड़कों का दो-लेन राजमार्गों में रूपांतरण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। टनल के निर्माण के बाद, परियोजना अब अंतिम चरण में प्रवेश कर रही है, जिसमें सड़क निर्माण और विद्युत तथा यांत्रिक प्रणालियों की स्थापना शामिल है। बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल आधुनिक इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और विभिन्न एजेंसियों के सहयोग का उदाहरण है।

मंत्री रेखा आर्या ने कहा राष्ट्रीय खेलों में वॉलंटियर्स को जोड़ने के लिए विभाग को प्रचार प्रसार को तेज गति से कार्य करने के लिए निर्देशित किया उन्होंने कहा इससे कॉलेज के बच्चे भी वॉलंटियर्स के रूप में जुड़कर नया एक्सपोज़र और अनुभव प्राप्त कर इसका लाभ ले सकेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा राष्ट्रीय खेलों की धनराशि को दोगुना करने और खिलाड़ियों के राष्ट्रीय खेलों के दौरान भोजन भत्ते को 480 रखने के जी ओ जारी न होने पर नाराजगी जताते हुए मंत्री रेखा आर्या ने आधिकारियों को त्वरित करवाई के निर्देश दिए हैं मंत्री रेखा आर्या ने कहा वित्त में प्रस्ताव लंभित है और जल्द वित्त विभाग के साथ बैठाक आहूत की जाएगी जिससे शासनादेश जल्द जारी हो सके ।

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इसके अतिरिक्त मंत्री रेखा आर्या ने कहा गर्ल्स स्पोर्ट्स कॉलेज चम्पावत का 264 करोड़ से निर्मित होना और इसके धनराशि जारी होने में विलंब हो रहा है जिसके लिए मंत्री रेखा आर्या ने कहा हम मुख्य सचिव को पत्राचार कर रहें है ताकि इसका कार्य प्रारंभ हो सके और राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन के उपरांत माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस कॉलेज का शिलान्यास कराया जा सके इसके निमित भी अधिकारियों को निर्देशित किया है।

बैठक में मंत्री रेखा आर्या के साथ विशेष प्रमुख सचिव युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल अमित सिन्हा ,निदेशक युवा कल्याण प्रशांत आर्य समेत संबंधित विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे।

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