नगर निगम चुनाव को लेकर देहरादून में एक अनोखी पहल, सभी मेयर उम्मीदवारों ने एक मंच से बताई अपनी प्राथमिकताएं

देहरादून। प्रदेश में इन दिनों निकाय चुनावों का महासमर चल रहा है। प्रदेश के सभी 11 नगर निगमों में सत्ताधारी दल भाजपा के साथ-साथ विपक्षी दल कांग्रेस, अन्य राजनैतिक दल और निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनावी समर में अपनी ताकत झोंक रहे हैं।

प्रदेश की नगर निगम की सबसे हॉट सीट यानी राजधानी देहरादून का मेयर चुनाव सबसे रोचक बन गया है, जहां भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, और उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशियों के साथ-साथ कुल दस निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं।

इसी क्रम में, देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में देहरादून सिटीजन्स फोरम द्वारा “देहरादून ग्रीन एजेंडा” थीम पर मेयर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें शहर के विभिन्न वर्गों से भारी संख्या में नागरिकों ने भाग लिया। मेयर संवाद में बोलने वाले प्रत्याशियों का चयन पर्ची लाटरी द्वारा किया गया। सभी प्रतिभागियों ने देहरादून के इस किस्म के पहले आयोजन की सराहना की। मेयर प्रत्याशियों को अपनी बात रखने के निर्धारित 12 मिनट का समय दिया गया।

ये भी पढ़ें:  बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल परियोजना की सफलता: उत्तराखंड के लिए ऐतिहासिक क्षण देहरादून: एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, एनएच-134 पर एक प्रमुख बुनियादी ढांचे की उपलब्धि, बड़कोट -सिलक्यारा बेंड टनल परियोजना की सफलता की आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई। इस अवसर पर उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के माननीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा, टनल निर्माण कार्य के सफल समापन को देखने के लिए उपस्थित थे। प्रमुख इंजीनियरिंग और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टिंग कंपनी रोडिक कंसल्टेंट्स ने इस परियोजना में निर्माण पर्यवेक्षण सलाहकार (Construction Supervision Consultant) की भूमिका निभाई। कंपनी ने टनल निर्माण के सभी चरणों को समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा कराने में अहम योगदान दिया। अपनी जिम्मेदारियों के तहत, रोडिक ने निर्माण कार्यों की निगरानी की और डिजाइन फाइनल करने, सुरक्षा उपायों और इंजीनियरिंग मानकों जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर एनएचआईडीसीएल और ठेकेदार को सलाह दी। रोडिक कंसल्टेंट्स ने सीमेंट, कंक्रीट और एग्रीगेट्स के लिए ऑन-साइट परीक्षणों की देखरेख की और स्प्रेड कंक्रीट और रॉक बोल्ट्स के फील्ड टेस्ट किए, जिससे सख्त गुणवत्ता नियंत्रण सुनिश्चित किया गया। संगठन ने जनशक्ति और मशीनरी के उपयोग को बेहतर बनाने में भी अहम भूमिका निभाई, ताकि कार्यस्थल पर सुरक्षा और दक्षता बनी रहे। डिजिटल नवाचार को अपनाते हुए, रोडिक ने एक डिजिटल रिक्वेस्ट फॉर इंस्पेक्शन (RFI) सिस्टम और प्रोजेक्ट डेटा प्रबंधन का डिजिटलीकरण किया, जिससे साइट पर पारदर्शिता, दक्षता और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ। नई उपलब्धि पर बोलते हुए रोडिक कंसल्टेंट्स के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राज कुमार ने कहा, “हमें बड़कोट -सिल्कयारा बेंड टनल परियोजना की सफलता में अपनी अहम भूमिका पर गर्व है। निर्माण पर्यवेक्षण सलाहकार के रूप में, रोडिक ने पूरे निर्माण कार्य में इंजीनियरिंग गुणवत्ता, सुरक्षा और उत्कृष्टता के सर्वोच्च मानकों को सुनिश्चित किया। हमारी टीम ने परियोजना डेटा के डिजिटलीकरण और डिजिटल आरएफआई सिस्टम जैसे नवाचारों के ज़रिए काम की पारदर्शिता और कार्यक्षमता को बेहतर बनाया। हम मानते हैं कि यह केवल एक निर्माण उपलब्धि नहीं, बल्कि हर मौसम में बेहतर कनेक्टिविटी, क्षेत्रीय विकास और स्थानीय समुदायों के लिए एक मजबूत भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। हम भारत सरकार, एनएचआईडीसीएल और अपने सभी प्रोजेक्ट सहयोगियों का उनके निरंतर सहयोग और विश्वास के लिए आभार व्यक्त करते हैं।” इस दिन नवनिर्मित बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा भी की गई। 4.531 किलोमीटर लंबी यह दो लेन की एकतरफा टनल एनएच-134 (पुराना एनएच-94) पर धरासू और यमुनोत्री के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी देने के लिए बनाई गई है। यह टनल यात्रा का समय एक घंटे से घटाकर सिर्फ़ पाँच मिनट कर देती है, जिससे इस क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही पर्यावरण के लिहाज से संवेदनशील जंगलों की भी सुरक्षा होगी। इस अवसर पर बोलते हुए, श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल की सफलता उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले दस वर्षों में पूरे देश में निरंतर विकास हुआ है और उत्तराखंड उस यात्रा में गर्व से योगदान दे रहा है। माननीय मुख्यमंत्री ने विकास और समृद्धि के नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व, मार्गदर्शन और सहयोग के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया। सभा को संबोधित करते हुए, श्री अजय टम्टा ने टनल के निर्माण की सफलता के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि माननीय प्रधानमंत्री और माननीय मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में, इस परियोजना ने बहुत तेज़ी से प्रगति की है और उत्तराखंड के विकास की गति को पहले से कहीं ज़्यादा तेज़ कर दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड उल्लेखनीय प्रगति देख रहा है, और चार धाम मार्ग पर सिंगल-लेन सड़कों का दो-लेन राजमार्गों में रूपांतरण एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। टनल के निर्माण के बाद, परियोजना अब अंतिम चरण में प्रवेश कर रही है, जिसमें सड़क निर्माण और विद्युत तथा यांत्रिक प्रणालियों की स्थापना शामिल है। बड़कोट-सिल्कयारा बेंड टनल आधुनिक इंजीनियरिंग उत्कृष्टता और विभिन्न एजेंसियों के सहयोग का उदाहरण है।

कार्यक्रम के दौरान सभी महापौर प्रत्याशियों ने अपने-अपने विज़न से सभी को अवगत कराया और यह बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य दून की हरियाली को बनाए रखना होगा। इसके अतिरिक्त, पार्किंग की व्यवस्था को प्राथमिकता देना और नालों में तब्दील हो चुकी नदियों को पुनः संवारना भी उनकी योजनाओं में शामिल है। सम्पूर्ण मेयर प्रत्याशी इन मूल मुद्दों पर देहरादून सिटीजन्स फोरम के दृष्टिकोण से सहमत नजर आए।

मेयर संवाद की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार वीरेंद्र पोखरियाल ने की, जिन्होंने शहर में अगले पांच वर्षों में 10 लाख पेड़ लगाने की योजना प्रस्तुत की। इसके अलावा, उन्होंने पॉलिथीन की समस्या को कारखानों में ही स्रोत पर रोकने और चुनाव जीतने के बाद वार्डों में जमीनी स्तर पर काम करने की बात कही।

दूसरे वक्ता के रूप में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रविंद्र आनंद सिंह ने देहरादून में अगले पांच वर्षों में पांच लाख सीसीटीवी कैमरे और 10,000 गाड़ियों के लिए पार्किंग व्यवस्था पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने किन्नर समाज के हित में कार्य करने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रस्ताव रखा।

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पर्ची चयन के आधार पर अगला वक्तव्य उत्तराखंड क्रांति दल के कैप्टन बीरेंद्र सिंह बिष्ट ने दिया, जिसमें उन्होंने इको टास्क फोर्स का गठन करने, पॉलिथीन की समस्या को शहर की सीमाओं में रोकने और इंदौर के कचरा प्रबंधन मॉडल से सीखने का वादा किया। साथ ही, उन्होंने एक मजबूत भू कानून की भी पैरवी की।

अंत में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सौरभ थपलियाल ने अपनी पार्टी के संकल्प पत्र को दोहराते हुए सामुदायिक हॉल बनाने, साइकिल ट्रैक और वॉकिंग पाथ बनाने की बात की। संवाद के दौरान मलिन बस्तियों और राष्ट्रीय हरित अधिकरण की अगली सुनवाई, शहर में बढ़ते नशे और रिस्पना जैसी नदियों में पानी की गुणवत्ता के चिंताजनक सवालों को संवाद में पब्लिक ने अधिकांश उनसे सवाल दागे।

सभी महापौर प्रत्याशी अपने-अपने विज़न के साथ यह स्पष्ट करते हुए नजर आए कि दून की हरियाली को बनाए रखना उनका प्रमुख उद्देश्य होगा। इसके साथ ही, पार्किंग की व्यवस्था को प्राथमिकता देना और नालों में तब्दील हो चुकी नदियों को फिर से संवारने का काम किया जाएगा।

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कार्यक्रम की शुरुआत देहरादून सिटीजन्स फोरम के जगमोहन मेहंदीरत्ता और भारती जैन ने की, जबकि फोरम के ग्रीन एजेंडा पर जानकारी अनूप नौटियाल और फ्लोरेंस पांधी ने दी। मेयर संवाद की रूपरेखा को रितु चटर्जी और अनीश लाल ने साझा किया।

एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी विजय भट्टराई ने भी मेयर संवाद कार्यक्रम में अपने विचार रखे। कार्यक्रम में देहरादून सिटीजन्स फोरम के सदस्य सुधीर वढेरा, आशीष गर्ग, कुसुम कोहली, आशा रानी कपूर, अनूप बड़ोला, नितिन शाह, रमन्ना, डॉक्टर विमल नौटियाल, लोकेश ओहरी, सुनील नेहरू, रणबीर चौधरी, अनिल जग्गी, अभिषेक भट्ट, राजीव ठाकुर, सामाजिक कार्यकर्ता रवि चोपड़ा, निर्मला बिष्ट, जयदीप सकलानी, प्रदीप कुकरेती, और अन्य संस्थाओं और देहरादून सिटीजन्स फोरम के कई और सदस्य तथा शहर के नागरिक उपस्थित रहे।

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